साफ नीयत
साफ नीयत मेरे गावं में रहने वाले एक युवक "आबिद " की ख्याति दूर-दूर तक थी। पहले तो मैं ये बता देना चाहता हूँ कि मेरा गावँ "लछुआड़ " जो बिहार प्रान्त में स्थित है ,२१वी शदी में भी हिन्दू -मुस्लिम और जैन आपसी भाई चारे का विचित्र नमूना है। आबिद जो एक मुस्लिम नौजवान है , पेशे से हकीम ,आयुर्वद ,जड़ी बूटी का जानकार है। कुरान की विद्यिवत ज्ञान के साथ -साथ ,सभी धर्मों को सामान रूप से सम्मान और भाईचारे की भावना ने उसे न केवल इस्लाम बल्कि अन्य लोगों के बीच भी एक प्रतिष्ठित व्यक्ति बना दिया था। गाँव में स्थित मस्जिद के मौलवी का आकस्मिक निधन होने की वजह से, उन्हें वहाँ का नया मौलवी नियुक्त किया गया था। प्रेम, मुहब्बत और ईमान की तालिम जब वो कुरान सरीफ के बिभिन्न आयतों से देते और साथ में ही कुछ एक उदाहण गीता के छंद से भी देते तो मानो धार्मिक मतभेद से ऊपर उठकर वातावरण मानव सेवा के लिए तत्पर हो गया हो। एक बार वे बाजार जाने के लिए टमटम (घोड़े की गाड़ी ) में चढ़े, उन्होंने किराए के रुपये दिए और सीट पर बैठ गए। टमटम चालक असलम ने जब किराया काटकर उन्हें रुपये वापस दिए तो मौलवी जी ने प